Period ke doran Sharir Mein Asar Hota kya hai?
शादी को कितने महीने हो गए बेटा अब खुशखबरी कब दे रहे हो। भगवान करे तुम्हारी गोद बहुत जल्दी भर जाए वक्त रहते बच्चे कर लेना चाहिए बाद में दिक्कत होती है बच्चे बच्चे बच्चे बच्चों के बारे में बात करते हम थकते नहीं है बच्चे प्यारे होते हैं इसलिए बच्चे कर लो कहना कितना प्यारा लगता है मगर बच्चे करने के लिए जो करना होता है वह शब्द लेने में हमें कितनी शर्म आती है। और बच्चे पैदा करने के लिए कुदरत ने हम औरतो के शरीर में जो एक साइकल बनाई है उसका नाम लेते हुए तो ऐसी शर्म आती है की पूछिए ही मत। तो हम आज बात करने वाले हैं सेक्स और पीरियड्स के बारे में। आइए आज खुल कर बात करते हैं पीरियड्स के बारे में। आइए आज खुल कर बात करते हैं। पीरियड्स के बारे में। जो चीज हर महीने होती है। उसके बारे में बात करने मैं हम इतना शर्माते क्यों है। क्या हम यह शब्द भी साफ-साफ नहीं बोल पाते हैं पीरियड्स, मासिक धर्म, और माहवारी।
सोचिए के ए सेब किसी महिला के शरीर में मौजूद एक अंडा है। वक्त के साथ यह[…] दोनों में से किसी एक ओवरी के अंदर। फिर यह यूटरिन ट्यूब के रास्ते नीचे आने लगता है। यूट्रस या कहिए गर्भाशय मैं यहां अगर इसे स्पर्म मिल जाता है। तो यह फर्टिलाइज करता है। इसी दौरान यूट्रस प्रेगनेंसी की तैयारी में छूट जाता है। इसी दौरान यूट्रस प्रेगनेंसी की तैयारी में जुट जाते है। फर्टिलाइजर हुए अंडे का स्वागत करने के लिए यह मुलायम कोशिकाएं बनाने लगती है ताकि प्रेगनेंसी के दौरान सब ठीक रहे। लेकिन जब स्पर्म नहीं मिलता है तो इन कोशिका ओं की कोई जरूरत ही नहीं रहे जाति इसलिए इन्हें और वह अंडा जो फर्टिलाइजर नहीं फुआ उन्हें शरीर से बाहर निकालना पड़ता है यही है हर महीने होने वाली ब्लीडिंग।