Internal Link कैसे बनाये SEO के लिए
अगर आप अपने blog पर low traffic होने से परेशान है तो आप सही article पर है, क्यों की अभी traffic improve करने के ही एक way के बारे में जानेंगे.
Blog traffic बढ़ाने के लिए On-page SEO और Off-page SEO करना होता है.
अभी On-page SEO में ही आने वाला points Internal link के बारे में जानेगे या detail में कैसे इसे बनाया जाए या कैसे Internal link हमारे blog की traffic या page view increase करने में help कर सकता है।
Blog पर अगर जायदा traffic लाना है तो उसके लिए सबसे important है quality content, क्यों की जो user को चाहिए वो अगर हमारी website पर होगा ही नहीं तो उसके अलावा कितनी भी कोशिश करें visitor website पर नहीं आएंगे। आ भी गया तो तुरंत cut करके चला जाएगा।
अगर आपकी website है या आप उसमे SEO करते हैं तो आप ये तो जानते ही होंगे, जितने भी ranking factor है उन में से एक important factor backlink भी है, जिसमे हमारे post पर किसी दूसरे website से link आया होता है।
जो backlink होता है वो दुसरे website से आता है, जिसके लिए देखा जाए तो हम ज़्यादा efforts देना पड़ता है, पर अगर हमारी कोई post rank कर रही है तो हम उस post से भी अपनी दुसरी post को link करके rank कराते है।
जैसे की कोई post में Google Index होती है, Crawler उस page पर जितने भी link है उन पर जाता है या उन्हें Index करता है.. तो अगर कोई हमारी old post Google में index है या उस पर अच्छा traffic आ रहा है तो हम उसमे अपनी new post की link add करते है जिससे Google की नजर हमारी new post पर जल्दी चली जाती हैं इससे वो Google में जल्दी Index हो जाती है
चले अब थोड़ा विस्तार से समज लेते हैं.. Internal linking क्या होती है या हम कैसे Internal link बना सकते हैं या इसकी help से कैसे हम अपने blog का traffic या page view के साथ अपने blog की rank बढ़ा सकता है।
SEO में Internal Linking क्या है
जितने भी link जो किसी भी blog post या page में है अगर वो उस domain के है तो उन्हें Internal link कहा जाता है .. या अगर कोई link किसी दूसरे domain पर है तो उसको External link कहा जाता है।
Internal link search engine को new page discover करने में बहुत help करता है.. या उसके साथ साथ user को भी website पर बनायें रखने में Internal link सबसे important है।
अगर website को rank करना है तो उसके लिए सबसे important है user को अपनी website पर ज्यादा से ज्यादा देर बनाये रखना.. जिससे Google को ये signal जाता है की user इस website पर इतनी देर रुक रहा है मतलब इस website पर वो है जो user को चाहिए.. वही अगर user किसी website से जल्दी चला जाता है तो Google को ये signal जाता है की website पर वो नहीं है जो user को चाहिए तो उसके लिए Google उस website की rank को down करके किसी दूसरी website को ऊपर कर देता है।
तो मान लीजिये कोई user आपकी website पर आता है, या जो भी information उसे चाहिए वो उसे मिल भी जाती है.. पर उससे related और भी post आपके blog में है.. या आपने उन post का link अपने उस post में दिया है तो user उन links पर click करके आप की दूसरी post पर भी चला जाएगा.. इससे user आपकी website पर बना रहेगा या आपकी website का Bounce Rate कम होगा।
तो अब आप Internal link के benefits तो समाज गए, पर ऐसा भी नहीं की हम किसी भी post में अपने blog की कोई भी link add कर दे..
Internal Link कैसे बनाएं?
Internal linking का सिर्फ एक rule है, जितने भी link हो वो उस page से relevant हो .. ऐसा नहीं की आप बात किसी दूसरे topic की कर रहे हो और आप उस post में link किसी ऐसे topic की add कर रहे हो जिस्का उसे कोई लेना देना ही नहीं..
आप अपने blog में related post या popular post widget भी add कर सकते हैं .. जिससे user को उस पोस्ट से related दूसरे post भी दिख जाएंगे या आपके blog के best post है वो भी show होंगे, user का उन पर click कर के दूसरे post को पढ़ने के chances बढ़ जायेगे।
High quality post कैसे लिखते हैं ये तो आप जानते होगे, कोई भी post हो उसे इस सोच के साथ लिखा जाता है जो user को जेसे चाहिए वैसा ही हम post में दे… कहने का मतलब हम User Experience बढ़ाना है..
यूजर को quality content मिले तो वो हमारी दूसरी post भी पढ़ते है…
जेसे मान लो कोई post blogging के ऊपर है तो हम उस post में blogging से related दूसरी post है उनकी Internal link दे सकते है, जिससे user अगर उनमे interested होगा तो उन link पर click कर के उन post को भी पढ़ेगा।
Internal linking का live example आप इसी post में देख सकते हैं, किसी तरह सभी important topic को Internal link किया हुआ है। या इसका एक सबसे अच्छा example Wikipedia भी है, जिसमे सभी page Internal link होते हैं।
तो अब आप समझ गए होंगे, Internal link क्या है या कैसे आप Internal linking की help से user को अपनी website पर बनाए रख सकते हैं।
Internal linking में आपको एक बात हमेशा ध्यान रखना है, जो भी page है, उससे related linking ही आपको करना है, ऐसा ना हो user ही confuse हो जाए की ये कोन सा link है या ये क्या open हो गया।
Internal linking Link Juice को distribute करने में भी help करता है, इसे अगर हमारी किसी post पर ज्यादा High Quality Backlink है तो हम अपने उस page से दूसरे page को Internal link देकर उसकी rank में improve कर सकते है।
अगर आप WordPress use करते हैं तो आप Internal linking के लिए plugin है उनको भी install कर सकते हैं, जिससे automatic Internal linking हो जाती है..
Conclusion:
Internal Linking Blog के लिए एक important factor है, जो SEO या user दोनो के लिए important है .. अगर सही तरह से user को website पर जाने के लिए internal linking की जाए तो ज्यादा देर तक रोका जा सकता है, साथ ही अपनी website की ranking भी improve कर सकते हैं।
आपको Internal linking की जानकारी कैसी लगी comment करके जरूर बताएं, साथ ही अगर आपके कोई question या suggestion हो तो वो भी comment करके share करें।
Internal linking से related अगर कोई और question हो तो आप हमें comment में जरूर पूछे।
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